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Asthma Symptoms in Hindi- Best उपचार और पीछे के कारण 2023

दमा के पीछे के कारण, रोकथाम के तरीके और उपचार 

 

आज, लाखों लोग सांस लेने वाली बीमारियों से पीड़ित हैं, जिनमें से एक है “अस्थमा”। अस्थमा एक ऐसी बीमारी है जो व्यक्ति के श्वसन तंत्र को प्रभावित करके उनकी दिनचर्या को बाधित करती है। हम इस ब्लॉग पोस्ट में Asthma Symptoms in Hindi के पीछे के कारण, रोकथाम के तरीके और उपचार को विस्तार से बताएंगे, जो आपको इसे समझने में मदद करेगा।

Asthma Symptoms in Hindi

अस्थमा क्या है ? Asthma Symptoms in Hindi

अधिकतर श्वसन तंत्र की बीमारी अस्थमा है, अस्थमा एक गंभीर सांस लेने वाली बीमारी है, जिससे श्वसन तंत्र के श्वास नलिकाओं में सूजन होती है और उनमें चोट लगने से होती है । यह एक बीमारी है जिसमें व्यक्ति को अचानक या धीरे-धीरे सांस लेने में परेशानी होती है। यह भी एक एलर्जी है, जो एक व्यक्ति को कई एलर्जीज़ के प्रति संवेदनशील बनाता है।

अनियमित जीवनशैली, भूखमरी, धूम्रपान और धूल भरी जगहों पर रहना इसका मुख्य कारण हैं। श्वास के साथ खांसी, छाती में दर्द, सांस लेने में तकलीफ, सांस फूलना, गले में खराश, थकान और याददाश्त कमजोरी इस बीमारी के प्रमुख लक्षण हैं।

श्वसन प्रणाली कैसे काम करती है?

हमारे श्वास लेने का नियंत्रण करने वाली कठिन प्रक्रिया श्वसन तंत्र है। इसमें हमारे फेफड़ों में ब्रॉन्काइल्स (विच्छेदक) और अल्वियोली (श्वासकोष) होते हैं। श्वास लेते समय, वायु हमारे नाक-कान में प्रवेश करती है और हमारे श्वासकोषों तक पहुंचती है। 

हमारे फेफड़े श्वासकोषों में होने वाली गैस को बदलते हैं और फिर निकलती हुई वायु हमारे श्वास रूपी नलिका, या ट्रैकिया, के माध्यम से शरीर से बाहर निकलती है।

मानव शरीर की श्वसन प्रणाली

अस्थमा के संकेत: (Asthma Symptoms)

अस्थमा एक विशेष रूप से सांस लेने में परेशानी पैदा करने वाली बीमारी है, और इससे प्रभावित लोग विभिन्न तरीकों से सांस लेने की कोशिश करते हैं।

आपको Asthma Symptoms को समझना चाहिए, ताकि आप इस बीमारी से निपट सकें, निम्नलिखित Asthma Symptoms के मुख्य लक्षण हैं:

  • छाती दर्द: रोगियों को अस्थमा के प्रारंभिक चरण में छाती में दर्द हो सकता है। यह दर्द आमतौर पर छाती के केंद्र में होता है और सांस लेने में कठिनाई पैदा कर सकता है।
  • सांस लेने में परेशानी: अस्थमा के मरीजों को सांस लेना मुश्किल होता है और यह तकलीफ ज्यादातर रात या सुबह हो सकती है।
  • साँस लेना: अस्थमा के रोगियों के लिए एक चुनौतीपूर्ण कार्य है, जिसमें सांस लेते समय सांस फूलती है। यह अस्थमा के कारण श्वसन नलिकाओं में सूजन के कारण होता है I
  • गले में सूजन: अस्थमा के मरीजों को खांसी और गले में खराश हो सकती है। यह खांसी सांस लेते समय अधिक होती है और बहुत मुश्किल बना सकती है।
  • थकान और याददाश्त में कमी: याददाश्त में कमजोरी और थकान अक्सर अस्थमाके मरीजों की समस्या हो सकती है। इससे उनका दिनचर्या बदल सकता है और वे असामान्य थकान महसूस कर सकते हैं।
  • श्वासयुक्त खांसी: अस्थमा से पीड़ित लोगों को श्वास लेते समय खांसी हो सकती है। यह खांसी अक्सर सांस लेने के बाद होती है और बहुत दर्दनाक हो सकती है।यदि आपको ये लक्षण महसूस होते हैं, तो आपको तुरंत एक चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए और उचित उपचार पाना चाहिए। याद रखें कि Asthma Symptoms को समय रहते उपचार से नियंत्रित किया जा सकता है।

अस्थमा के प्रकार:

अस्थमा के विभिन्न प्रकार

अस्थमा के अनेक प्रकार मौजूद हैं। अस्थमा आमतौर पर निम्नलिखित प्रकार में आता है:

  1. सामान्य अस्थमा (ब्रोंकियल अस्थमा) – यह सबसे सामान्य प्रकार का दमा है और इसमें वायुमार्ग में सूजन और सांस लेने में कठिनाई होती है।
  2. एलर्जिक अस्थमा – यह दमा एलर्जी के कारण होता है, जैसे कि धूल, धुआं, धूम्रपान, या अलग-अलग पदार्थों से एलर्जि होने से अस्थमा भी हो सकता है। अस्थमा का खतरा धूल, पेड़-पौधों के फूलों, धूलदार वस्त्रों, पशुओं के बालों से होता है।
  3. अनुकूलनशील अस्थमा – अनुकूली अस्थमा शारीरिक गतिविधि, ठंडी हवा के संपर्क में आने या किसी विशिष्ट वातावरण के कारण होता है।
  4. नॉन-एक्सरसाइज इंडस्ट्रियल अस्थमा – इस प्रकार का अस्थमा विशिष्ट औद्योगिक इकाई के धुएं, धूल या प्रदूषण के संपर्क में आने से होता है।
  5. समय-समय पर होने वाला अस्थमा – इसमें दमा के लक्षण समय-समय पर होते हैं और इसका कारण अभी भी स्पष्ट नहीं है।

ये कुछ प्रमुख दमा के प्रकार हैं, लेकिन इसके अलावा भी अन्य अनेक प्रकार का दमा या अस्थमा हो सकता है जो विभिन्न कारणों से होते हैं। दमा या अस्थमा के विभिन्न प्रकारों के निदान और उपचार में अंतर होता है, इसलिए रोगी को Asthma Symptoms अच्छे से पहचान कर सही इलाज कराना अत्यंत महत्वपूर्ण है।

अस्थमा की पहचान और चिकित्सा:

ताकि आप समझ सकें और समय रहते उपचार पा सकें, अस्थमा के लक्षणों

को पहचानना महत्वपूर्ण है। अस्थमा का निदान और उपचार करने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करना चाहिए :

  • परीक्षण करें और जांच करें: चिकित्सक आपका पूरा चिकित्सा इतिहास देखेंगे, ताकि अस्थमा के लक्षणों को पहचान सकें। वे आपके श्वसन तंत्र को जांचेंगे और आपके लक्षणों की संभावना पूछेंगे। इसमें उपयुक्त मात्रा में जांच शामिल हो सकती है, जैसे फेफड़ों का CT स्कैन, अल्लर्जी जांच, श्वसन नलिका जांच, पुरानी खांसी का निदान, आदि।
  • दवा का प्रयोग: चिकित्सक आपको अस्थमा के लिए दवा दे सकता है। विशेषज्ञ चिकित्सक द्वारा परामर्श के आधार पर ये दवाएं दी जाती हैं, जो लक्षणों की गंभीरता और समयबद्धता को ध्यान में रखते हुए चुनी जाती हैं। श्वसन संबंधी समस्याओं को नियंत्रित करने और आराम करने में ये दवाएं मदद कर सकती हैं।
  • योग और व्यायामयोग और प्राणायाम भी अस्थमा को दूर कर सकते हैं। योग और प्राणायाम आपके श्वसन तंत्र को शांत कर सकते हैं और आपके लक्षण सुधर सकते हैं। प्राणायाम विशेष रूप से श्वासप्रदाहिका को सुधारता है और श्वसन संबंधी दर्द को कम करता है।
  • सांस रोग के उपायगंभीर अस्थमा के मामलों में, सांस चिकित्सा, वेंटिलेशन का भी उपयोग किया जा सकता है, जिसे वेंटिलेशन थेरेपी कहते हैं । इसमें एक व्यक्ति को सांस लेने में सक्षम बनाने के लिए एक विशेषज्ञ चिकित्सक द्वारा निर्मित यंत्र या मशीन का उपयोग किया जाता है। श्वासनालिका असमर्थ होने वाले लोगों के लिए यह उपाय उपयुक्त है।

अस्थमा का निदान और उपचार व्यक्ति की बीमारी और लक्षणों पर निर्भर करता है। यदि आपको Asthma Symptoms (दमा के लक्षण) दिखते हैं, तो आपको अपने नजदीकी चिकित्सक से तुरंत मिलना चाहिए और सही उपचार मिलना चाहिए।

समयबद्ध उपचार से आप इस बीमारी से बच सकते हैं और अपने श्वसन तंत्र को स्वस्थ रख सकते हैं।

अस्थमा से बचने के लिए :

अस्थमा से बचने के लिए कुछ उपाय

Asthma Symptoms से बचने के लिए कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाने चाहिए। आपकी अस्थमा की प्रकृति और लक्षणों के आधार पर ये उपचार निर्धारित किए जाते हैं। अस्थमा से बचने के निम्नलिखित महत्वपूर्ण उपाय हैं:

  • अपने आहार पर ध्यान दें: अस्थमा से पीड़ित लोगों को अपने आहार पर विशेष ध्यान देना चाहिए। वे अस्थमा के प्रति संवेदनशील खाद्य पदार्थों से बचने का प्रयास कर सकते हैं। ग्लूटेन, दूध, गेहूँ, मोटे आटे, अंडे, मछली और अन्य अनाज से बचना चाहिए।
  • खेल का महत्व: नियमित व्यायाम करना अस्थमा से बच सकता है। व्यायाम आपके श्वसन तंत्र को स्वस्थ रखता है और श्वसन नलिकाओं को स्वच्छ रखता है। ध्यान दें कि बहुत तेज और थकावट देने वाले व्यायाम करने से बचें; योग, प्राणायाम, धीरे चलना आदि सही और उचित व्यायाम करें। श्वसन समस्याओं को कम करने के लिए ये व्यायाम करें।
  • धूल और कीटाणुओं से दूर रहें: अस्थमा से बचने के लिए धूल, धुले हुए पर्दे, फूलों और वनस्पतियों से संपर्क से बचना भी महत्वपूर्ण है। यदि आप कीटाणु, पॉलेन या अन्य वनस्पतियों से एलर्जी हैं, तो इनसे दूर रहने का प्रयास करें। घर को स्वच्छ रखें और धूल और धुले हुए कपड़े का उपयोग करें।
  • स्वच्छता की देखभाल करें: अस्थमा से पीड़ित लोगों को स्वच्छता का खास ध्यान देना चाहिए। अस्थमा से बचने के लिए आप हाथ धोना, नाक धोना, अपने कपड़े धोना और एक स्वच्छ जगह में रहना चाहिए। यदि आप प्रदूषण या किसी अन्य उत्सर्जनीय पदार्थ से एलर्जी हैं, तो उससे बचने का प्रयास करें और पर्यावरण को साफ रखें। और मुख्य वायुमंडल में एयर प्यूरीफायर लगाएँ।
  • नियमित स्वास्थ्य जांच: अस्थमा से पीड़ित लोगों को नियमित चिकित्सा जाँच करना चाहिए और समय-समय पर अपने चिकित्सक से सलाह लेना चाहिए। आपके चिकित्सक आपके लक्षणों की निगरानी करेंगे और आपको सही इलाज देंगे।  डॉक्टर द्वारा निर्धारित दवाइयों का सही उपयोग करें अगर आपको आस्थमा है।

श्वसन तंत्र को स्वस्थ रखने और Asthma Symptoms (अस्थमा के लक्षणों) को नियंत्रित करने के लिए आप अस्थमा से बचाव के उपायों को अपना सकते हैं।

यदि आपको लगता है कि आपकी एक्स-रे से कोई असर हो सकता है, तो एक चिकित्सक से संपर्क करें और उचित चिकित्सा प्राप्त करें।

अस्थमा के अन्य कारणों में ये भी शामिल हैं :

अस्थमा के विकास में कई संभावित कारण हो सकते हैं। ये कारण हर व्यक्ति में अलग हो सकते हैं और अस्थमा का प्रकार भी अलग हो सकता है। निम्नलिखित कुछ आम कारण हैं जो शायद अस्थमा का कारण बन सकते हैं:

  1. आनुवंशिक प्रभाव: वंशांतरित या आनुवंशिक कारण अस्थमा का एक महत्वपूर्ण कारण हो सकते हैं। यदि आपके परिवार में कोई व्यक्ति अस्थमा से पीड़ित है, तो आप भी इसके विकास की संभावना हो सकती है।
  2. एलर्जि: एलर्जि भी एक रोग है, और अलग-अलग पदार्थों से एलर्जि होने से अस्थमा भी हो सकता है। अस्थमा का खतरा धूल, पेड़-पौधों के फूलों, धूलदार वस्त्रों, पशुओं के बालों से होता है।
  3. बाहरी कारण: अस्थमा के प्रकार अधिकतर बारिशी और शीत ऋतु में बढ़ते हैं। अस्थमा भी धूल, कीटाणु, धूल और धूलदार वायु से हो सकती है।
  4. त्वचा की आकृति: अस्थमा भी त्वचा की समस्याओं वाले लोगों को हो सकता है। त्वचा की सूजन एक्समा की संभावना बढ़ाती हैये कुछ आम कारण हैं जो अस्थमा को जन्म दे सकते हैं। आपको एक चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए यदि आपको Asthma Symptoms (अस्थमा के लक्षण) हैं या आपको अस्थमा के बारे में कोई संदेह है। चिकित्सक आपके संदेहों को दूर करेंगे और आपको सही उपचार का सुझाव देंगे।

अस्थमा और जीवनशैली :

अस्थमा एक ऐसी बीमारी है जिसमें जीवनशैली महत्वपूर्ण है। आपके जीवनशैली आपके Asthma Symptoms (अस्थमा के लक्षणों) और इस रोग के प्रबंधन में मदद कर सकती है।

यहाँ कुछ जीवनशैली सुझाव हैं जो आपको अस्थमा पर अधिक नियंत्रण देंगे:

  • आहार: अस्थमा के इलाज में स्वस्थ आहार महत्वपूर्ण है। आपको एलर्जि होने वाले भोजन से बचें। प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों से दूर रहें और फल, सब्जियाँ, पौष्टिक अनाज और प्रोटीनयुक्त भोजन खाएं।
  • व्यायाम: नियमित व्यायाम आपके श्वसन तंत्र को स्वस्थ रख सकता है। श्वसन के सामान्य स्वास्थ्य को सुधारने के लिए योग, प्राणायाम, धीरे-धीरे चलना आदि व्यायाम करें।
  • त्वचा की सुरक्षा: अस्थमा से प्रभावित क्षेत्रों को त्वचा की सुरक्षा मिल सकती है। त्वचा को स्वच्छ रखना और सही मॉइस्चराइज़र लगाना Asthma Symptoms (अस्थमा के लक्षणों) को कम कर सकता है।
  • स्ट्रेस नियंत्रण: Asthma Symptoms (अस्थमा के लक्षणों) को स्ट्रेस बढ़ा सकता है। स्ट्रेस को कम करने के लिए ध्यान, योग, मेडिटेशन और अन्य रिलैक्सेशन अभ्यासों का अभ्यास करें।
  • दैनिक संपर्क: अस्थमा से पीड़ित लोगों को धूल, धुले हुए पर्दे, फूलों और धूल से दूर रहने का प्रयास करना चाहिए। नियमित रूप से धुले हुए कपड़े पहनने और स्वच्छ रहने से भी लाभ मिल सकता है।अस्थमा को बेहतर नियंत्रण करने के लिए स्वस्थ जीवनशैली अपनाना चाहिए। यदि आप इन सुझावों का पालन करते हैं, तो आप अपने Asthma Symptoms (अस्थमा के लक्षणों) को कम कर सकते हैं और अपने आप को सुरक्षित रख सकते हैं।

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अस्थमा का घरेलू इलाज क्या है?

अस्थमा के घरेलू नुस्खों

बहुत से लोग अस्थमा का उपचार घरेलू नुस्खों से कर सकते हैं। ये उपचार सस्ता, प्राकृतिक और सुरक्षित हैं।

  • अदरक (Ginger): अदरक के एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण श्वसन संक्रमण को कम कर सकते हैं। अदरक की चाय या अदरक का रस निकालकर खा सकते हैं।
  • हल्दी (Turmeric): हल्दी में कर्करोग प्रतिरोधी गुण होते हैं, जो श्वसन संक्रमण को कम कर सकते हैं। हल्दी को गर्म दूध में मिलाकर पी सकते हैं।
  • शहद (Honey): शहद के एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण श्वसन संक्रमण को कम कर सकते हैं। शहद को गरम पानी में मिलाकर पिया जा सकता है।
  • जलने वाली पत्तियाँ (Steam Inhalation): जलने वाली पत्तियों (जैसे स्वरस) की सूखी पत्तियों को सूखाकर उनका धुवाँ इंहाल करने से श्वसन तंत्रिकाओं को राहत मिल सकती है।
  • तुलसी: तुलसी की पत्तियों में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-ऑक्सीडेंट गुण हैं, जो श्वसन रोगों को ठीक करने में मदद करते हैं। नियमित रूप से तुलसी की पत्तियों को चबाकर खाने से लाभ मिलता है।
  • पिप्पली (Pippali): श्वसन संक्रमण को कम करने में पिप्पली एक प्राकृतिक औषधि है जो श्वसन संक्रमण को कम करने में मदद कर सकती है।
  • अदरक-लहसुन का रस (Ginger-Garlic Juice): लहसुन और अदरक का रस मिलाकर खाना श्वसन संक्रमण को कम कर सकता है।

कृपया ध्यान दें कि ये उपाय केवल आस्थमा के लक्षणों (Asthma Symptoms) को कम कर सकते हैं, और पूरी तरह से ठीक होने के लिए चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए।

हम Asthma Symptoms (अस्थमा के लक्षणों) को कम करने और इससे बचने में सफल हो सकते हैं अगर हम इन घरेलू उपायों को अपनाकर स्वस्थ और सकारात्मक जीवनशैली अपनाते हैं।

 

निष्कर्ष (conclusion) :

एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या की पहचान करने के लिए अस्थमा के लक्षण महत्वपूर्ण हैं। यह बीमारी वायुमार्ग में सूजन को जन्म देती है, जिससे सांस लेना मुश्किल हो जाता है और धीरे-धीरे श्वसन प्रक्रिया को प्रभावित करती है। सांस फूलना, खांसी, सीने में दर्द और गले में खराश अस्थमा के लक्षणों में से हैं। इन लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए और यदि कोई संबंधित लक्षण दिखाई देते हैं, तो एक अनुभवी चिकित्सक से संपर्क करना बेहद महत्वपूर्ण है। यदि अस्थमा को समय रहते निदान और उपचार किया जाता है, तो रोगी एक सकारात्मक और स्वस्थ जीवन जी सकता है।

 

FAQ. (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों)
1. Asthma में तुरंत आराम के लिए क्या करें ?

Ans. घरेलू उपायों से Asthma में तुरंत आराम पाने के लिए निम्नलिखित टिप्स आपकी मदद कर सकते हैं:

  1. अदरक का रस: अदरक का रस निकालकर इसमें थोड़ा सा शहद मिलाएं और इसका सेवन करें। इससे अस्थमा में राहत मिल सकती है.
  2. लहसुन और शहद: लहसुन के एक छोटे टुकड़े को थोड़े से शहद के साथ पीस लें और इसका सेवन करें।
  3. पुदीने का रस: पुदीने की पत्तियों का रस निकालकर उसमें मिश्री मिलाकर पीने से सांसों में आराम मिलेगा।
  4. गर्म पानी से साँस लेना: गर्म पानी में अदरक के तेल की एक या दो बूँदें मिलाकर साँस लेना चाहिए।
  5. अजवाइन की मालिश: अजवाइन के तेल से सीधे छाती की मालिश करने से सांस लेने में राहत मिलेगी।
  6. लौंग का धुआं: सूखे लौंग का धुआं लेने से सांस संबंधी समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है।

कृपया ध्यान दें कि ये घरेलू उपाय सामान्य शांतिपूर्ण रोगी के लिए हो सकते हैं। यदि स्थिति गंभीर है, तो आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

2. आपको कैसे पता चलेगा कि आप अस्थमा से पीड़ित हैं ?
Ans. आप Asthma Symptoms को देखकर जान सकते हैं। ये लक्षण शामिल हो सकते हैं:
  1. सांस लेने में कठिनाई
  2. सांस लेते समय छाती में दबाव
  3. सांस लेते समय शिथिलता और
  4. खांसी, खासकर रात को या सुबह जल्दी आने वाली।

यदि ऐसे लक्षण पाए जाते हैं, तो आपको डॉक्टर से मानवार्जित सलाह लेनी चाहिए।

3. थायराइड के शुरुआती लक्षण क्या होते हैं ?

Ans. Asthma Symptoms और अस्थमा की शुरुआत होने के कारणों को नंबरिंग के साथ निम्नलिखित तरीके से समझाया जा सकता है:

  1. वायुमंडल में धूल और कणों का प्रचुर होना, गर्मियों में खासकर।
  2. विशेष प्रकार की प्रदूषण, जैसे कि कीटाणु या धूम्रपान के कारण।
  3. अल्लर्जी, जो किसी विशेष पदार्थ के प्रति शरीर की अभिविक्रिया से हो सकती है।
  4. फूलों के पराग या पौधों से आने वाले कणों का प्रदूषण।
  5. परिवार में अस्थमा होने की संभावना, खासकर बच्चों में।
  6. अस्थमा संभावना बढ़ने वाले रिस्क फैक्टर्स, जैसे कि आवाजन की संभावना।
  7. अगर आपको ऐसे संकेत मिलते हैं कि आपको अस्थमा हो सकती है, तो चिकित्सक से सलाह लेना आवश्यक है, ताकि सही डायग्नोसिस और उपचार हो सके।

4. अस्थमा के कारण और लक्षण क्या हैं? 

Ans. यहाँ Asthma Symptoms को संक्षिप्त रूप में प्रस्तुत किया गया है:

  • सांस लेने में कठिनाई और ज्वर्ग का अहसास।
  • सांसों की श्वासनली में तंगी और फूलने की भावना।
  • साँस लेने के समय श्वासग्रहण की समस्या और श्वासचक्र के तंतुओं की सूजन।
  • खासकर रात में, सांस लेने में बढ़ती हुई कठिनाई और ज्वर्ग का अहसास।
  • यदि आपको यह संकेत मिलते हैं, तो आपको तत्काल चिकित्सक से मार्गदर्शन प्राप्त करना चाहिए।

5. अस्थमा बीमारी क्यों होती है ?

Ans. अस्थमा बीमारी और Asthma Symptoms के होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं। यहाँ, मुख्य कारणों को संक्षेपित रूप में प्रस्तुत किया गया है:

  • आनुवंशिक कारण: परिवार में अस्थमा के रोगी होने से यह संकेत मिलता है कि आनुवंशिक प्रवृत्ति भी इस बीमारी के होने में भूमिका निभाती है।
  • अल्लर्जी: किसी विशिष्ट पदार्थ, जैसे कि धूल, धुएं, पेट धूल, पशुओं के बाल, या कीटाणु, के प्रति शरीर की अत्यधिक प्रतिक्रिया से अल्लर्जी और अस्थमा हो सकते हैं।
  • प्रदूषण: वायुमंडल में धूल, प्रदूषण, या कणों के अधिक होने के कारण अस्थमा के लक्षण प्रकट हो सकते हैं।
  • फूलों के पराग: किसी विशिष्ट समय में फूलों के पराग की अधिकता से भी अस्थमा के लक्षण बढ़ सकते हैं।
  • वायुमंडलीय परिवर्तन: मौसम में बदलाव, विशेषकर ठंडी हवाओं के साथ होने वाले वायुमंडलीय परिवर्तन भी अस्थमा के लक्षणों को प्रकट कर सकते हैं।
  • मानसिक तनाव: तनाव और मानसिक दुखद स्थितियाँ भी अस्थमा के लक्षणों को बढ़ा सकती हैं।

ये कारण एक साथ या एकाधिक कारणों की संयोजन से अस्थमा की बीमारी हो सकती है।

 

 

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