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जानें Thyroid Symptoms in Hindi के निदान, Best उपचार और रोकथाम हिंदी में 2023

Thyroid Symptoms in Hindi को विस्तारपूर्वक समझे

अगर आप Thyroid Symptoms in Hindi- के बारे में जानकारी चाहते हे तो इस लेख में आपको thyroid की पूरी जानकारी मिलेगी I Thyroid Symptoms के बारे में जानकारी प्राप्त करने से पहले यह जानना बहुत जरूरी है कि थायराइड क्या है। थायरॉयड एक तितली के आकार की ग्रंथि है जो गर्दन के सामने, एडम्स एप्पल के ठीक नीचे स्थित होती है।  यह एक महत्वपूर्ण अंगभूति है जो थायरॉयड हार्मोन का उत्पादन करती है। थायरॉयड हार्मोन हमारे शरीर के मेटाबॉलिक प्रक्रियाओं, ऊर्जा स्तर, ग्रोथ और विकास पर प्रभाव डालते हैं।

Table of Contents

Thyroid Symptoms in Hindi

थायरॉयड हार्मोन दो प्रमुख रूपों में पाए जाते है – थायरॉक्सीन (T4) और त्रियोदोथायरोनिन (T3)। ये हार्मोन थायरॉयड ग्रंथि द्वारा उत्पन्न किए जाते हैं और उन्हें संचित करके शरीर के विभिन्न भागों में वितरित किया जाता है। थायरॉयड हार्मोनों का संतुलन हमारे सामान्य स्वास्थ्य और शारीरिक कार्यों के लिए आवश्यक होता है।

Thyroid Symptoms in Hindi

जैसे कि हाइपोथायरॉयडिज़म (थायरॉयड की कमी) और हाइपरथायरॉयडिज़म (थायरॉयड की अधिकता) जैसी स्थितियाँ थायरॉयड की ग्रंथि के कारण हो सकती हैं। इन समस्याओं के कारण थायरॉयड हार्मोन की समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं और शारीरिक और मानसिक समस्याएं हो सकती हैं। थायरॉयड हमारे शरीर के लिए महत्वपूर्ण है और इसका संतुलन रखना आवश्यक होता है। यदि आपको Thyroid Symptoms के लक्षण महसूस होते हैं, तो आपको एक चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए ताकि सही निदान और उपचार की प्राप्ति की जा सके I

थायराइड हार्मोन मानव शरीर में क्या करता है:

थायराइड हार्मोन मानव शरीर में कई महत्वपूर्ण कार्यों का निर्देशन करता है। यह हार्मोन अग्नाशय (थायराइड ग्रंथि) द्वारा उत्पन्न किया जाता है । थायराइड हार्मोन के उत्पादन और रिलीज के माध्यम से विभिन्न शारीरिक कार्यों को विनियमित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

थायरॉइड ग्रंथि का मुख्य कार्य दो महत्वपूर्ण हार्मोन का उत्पादन करना है : ट्राईआयोडोथायरोनिन (T3) और थायरोक्सिन (T4)। ये आयोडीन और अमीनो एसिड टायरोसिन से संश्लेषित होते हैं। थायराइड हार्मोन रक्तप्रवाह में जारी होते हैं और पूरे शरीर में कोशिकाओं और ऊतकों पर व्यापक प्रभाव डालते हैं।

निम्नलिखित बिंदुओं में थायराइड हार्मोन का महत्वपूर्ण योगदान होता है:

थायराइड हार्मोन के प्राथमिक कार्यों –

  • चयापचय का विनियमन: थायराइड हार्मोन शरीर के चयापचय को विनियमित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जो वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा कोशिकाएं भोजन को ऊर्जा में परिवर्तित करती हैं। वे उस दर को नियंत्रित करते हैं जिस पर कोशिकाएं ऊर्जा का उपयोग करती हैं और प्रोटीन, वसा और कार्बोहाइड्रेट के चयापचय को प्रभावित करती हैं।
  • शरीर का तापमान विनियमन: थायराइड हार्मोन गर्मी उत्पादन और अपव्यय को प्रभावित करके शरीर के तापमान को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। वे तापमान परिवर्तन के प्रति शरीर की संवेदनशीलता को प्रभावित करते हैं और शरीर के आंतरिक तापमान को स्थिर बनाए रखने में मदद करते हैं।
  • वृद्धि और विकास: थायराइड हार्मोन सामान्य वृद्धि और विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं, खासकर बच्चों में। वे मस्तिष्क और केंद्रीय तंत्रिका तंत्र, साथ ही कंकाल प्रणाली के समुचित विकास के लिए आवश्यक हैं।
  • हृदय और तंत्रिका तंत्र कार्य: थायराइड हार्मोन हृदय गति, रक्तचाप और तंत्रिका तंत्र के कार्य को प्रभावित करते हैं। वे इन प्रणालियों के सामान्य कामकाज को बनाए रखने में मदद करते हैं और उनका उचित समन्वय सुनिश्चित करते हैं।
  • अन्य हार्मोन का चयापचय: थायराइड हार्मोन अन्य हार्मोन, जैसे इंसुलिन, कोर्टिसोल और प्रजनन हार्मोन के साथ बातचीत करते हैं और उनके कार्य को प्रभावित करते हैं। वे शरीर में इन हार्मोनों के संतुलन को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।
  • मेटाबोलिज्म को नियंत्रित करना: थायराइड हार्मोन मेटाबोलिक गतिविधियों को संचालित करने में मदद करता है। यह शरीर की ऊर्जा उत्पादन और उपयोग को नियंत्रित करता है, जिससे वजन, उच्चता, वसा के जमाव, गर्मी उत्पादन और ऊर्जा स्तर पर प्रभाव पड़ता है।
  • सामरिक और मानसिक विकास को प्रभावित करना: थायराइड हार्मोन मानसिक और शारीरिक विकास को संचालित करता है। यह शिशु के ब्रेन और शारीर के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और बाल विकास, दांतों का उगना, हड्डी का निर्माण और सामरिक क्षमता में सहायता प्रदान करता है।
  • रक्त और हृदय के कार्य को नियंत्रित करना: थायराइड हार्मोन रक्त प्रवाह और हृदय की क्रियाओं को प्रभावित करता है। यह हृदय की धड़कन की दर, रक्तचाप, और रक्त संचार को संतुलित रखने में मदद करता है।
  • हड्डी स्वास्थ्य को संरक्षित करना: थायराइड हार्मोन हड्डी स्वास्थ्य को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह हड्डी का निर्माण, रीमोडलिंग और क्षमता में मदद करता है।
  • प्रजनन प्रणाली को प्रभावित करना: थायराइड हार्मोन महिलाओं के गर्भावस्था, मासिक धर्म, और उत्पादन प्रणाली को प्रभावित करता है। यह गर्भावस्था में संतुलित हार्मोनल स्तर बनाए रखने में मदद करता है और मासिक धर्म को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण योगदान देता है।

थायराइड रोग किस कारण होता है:

थायराइड रोग के कारण विभिन्न हो सकते हैं। थायराइड एक महत्वपूर्ण ग्रंथि है जो हमारे शरीर की मेटाबोलिक प्रक्रियाओं को नियंत्रित करती है। इसके कारण हमारा वजन, ऊर्जा स्तर, मनोवृत्ति और तापमान नियंत्रित होते हैं। यदि थायराइड ग्रंथि के कार्य में किसी भी कारण से असंतुलन होता है, तो थायराइड रोग उत्पन्न हो सकता है I

Some causes of thyroid disease

यहाँ प्रमुख थायराइड रोग कारणों पर चर्चा की जाएगी:

  • आईओडीन की कमी: आईओडीन थायराइड हार्मोन के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यदि आपके खाने में आईओडीन की कमी होती है, तो आपकी थायराइड ग्रंथि संक्रमित हो सकती है और हार्मोन उत्पादन में असंतुलन हो सकता है। यह कारण आईओडीन की कमी वाले क्षेत्रों में ज्यादा प्रमुख है, जहां जल और खाद्य स्रोतों में आईओडीन की कमी हो सकती है।
  • परिवारिक इतिहास: थायराइड रोग परिवार में उपस्थित होने के कारण भी विकसित हो सकता है। यदि किसी व्यक्ति के परिवार में पहले से ही थायराइड रोग है, तो उसकी थायराइड ग्रंथि में असंतुलन होने की संभावना बढ़ जाती है। इसके पीछे आनुवंशिक कारकों का प्रभाव हो सकता है।
  • स्त्री हॉर्मोनल बदलाव: महिलाओं में थायराइड रोग विकसित होने का खतरा मासिक धर्म के समय और गर्भावस्था के दौरान अधिक होता है। हार्मोनल परिवर्तन के कारण थायराइड ग्रंथि में असंतुलन हो सकता है और रोग विकसित हो सकता है।
  • वातावरणीय कारक: कई बार वातावरणीय कारकों का असामान्य प्रभाव थायराइड रोग के विकास में हो सकता है। जैसे, रेडिएशन का अधिक प्रभाव, नियमित रूप से उच्च योग्यता धारी जल प्रयास जैसे घटकों की प्रवाह के कारण, थायराइड रोग की संभावना बढ़ सकती है।
  • अन्य संक्रमण और मेडिकल स्थितियाँ: कुछ संक्रमण और मेडिकल स्थितियाँ भी थायराइड रोग के कारण बन सकती हैं। जैसे, हैशिमोटो थायराइडिटिस, ग्रेव्स रोग, थायराइड कैंसर, और थायराइड नॉड्स जैसी स्थितियाँ थायराइड रोग का कारण बन सकती हैं।
  • अन्य कारण: थायराइड रोग एक आम स्वास्थ्य समस्या है और इसके बहुत से कारण हो सकते हैं, जैसे आनुवंशिकता, ऊर्जा की कमी, विटामिन डी की कमी, अपूर्ण आहार, रेडिएशन के प्रभाव, ग्रंथि में समस्याएं, इम्यून सिस्टम की कमजोरी, गंभीर रोगों के उपचार के दौरान दवाओं का प्रभाव आदि। इन कारणों के संबंध में अधिक अध्ययन की आवश्यकता है ताकि थायराइड रोग को ठीक ढंग से निदान किया और संचालित किया जा सके।

इन कारणों के आधार पर, थायराइड रोग के प्रभावी प्रबंधन के लिए सही निदान और उपचार महत्वपूर्ण हैं। अगर आपको Thyroid Symptoms से संबंधित संकेत या समस्याएं हों तो आपको एक विशेषज्ञ डॉक्टर से मार्गदर्शन लेना चाहिए और उनके साथ मिलकर आपके लिए उचित उपचार की योजना बनानी चाहिए।

महिलाओं को थायराइड की समस्या अधिक क्यों होती है ?

महिलाओं में थायराइड रोग की प्रमुख वजहों में निम्नलिखित कारकों का महत्वपूर्ण योगदान होता है:

  • हार्मोनल परिवर्तन: महिलाओं में Thyroid Symptoms अधिकतर हार्मोनल परिवर्तन के कारण होती हैं। गर्भावस्था, पीरियड्स, प्रेग्नेंसी, और मेनोपॉज़ जैसे जीवन के महत्वपूर्ण मरकों पर महिलाओं के शरीर में हार्मोनल परिवर्तन होता है, जो थायराइड के स्तर पर असर डाल सकता है।
  • ऑटोइम्यून रोग: महिलाओं में थायराइड समस्याएं अधिकतर ऑटोइम्यून रोगों, जैसे कि हैशिमोटो थायराइडाइटिस और ग्रेव्स रोग, के परिणामस्वरूप होती हैं। इन रोगों में, शरीर की रक्षा प्रणाली अपनी ही थायराइड को मान्यता नहीं देती है और इसे नष्ट करने की कोशिश करती है।
  • आरामहीन जीवनशैली: आरामहीन जीवनशैली, स्ट्रेस, अप्रयुक्त आहार, नियमित नींद की कमी, और व्यायाम की कमी, महिलाओं में थायराइड समस्याओं को बढ़ा सकते हैं।
  • परिवार में पूर्वजों में थायराइड समस्याएं: थायराइड समस्याओं को परिवार में एक इतिहास होने की स्थिति में, महिलाओं को थायराइड समस्याओं के विकास का जोखिम होता है। यह जीनेटिक प्रभाव के कारण हो सकता है।
  • वयस्कता: महिलाओं के साथ वयस्कता के साथ साथ Thyroid Symptoms प्रकट होते हैं। थायराइड की कार्यक्षमता वयस्कता के साथ धीरे-धीरे कम हो सकती है और थायराइड समस्याएं प्राकृतिक रूप से विकसित हो सकती हैं।

महिलाओं को अपने थायराइड स्वास्थ्य का ध्यान रखना अत्यंत महत्वपूर्ण है। नियमित चेकअप के साथ, स्वस्थ जीवनशैली, और उपचार के माध्यम से, Thyroid Symptoms का पता लगाया जा सकता है और समय रहते उचित उपचार की शुरुआत की जा सकती है।

महिलाओं और पुरुष में थायराइड रोग के मुख्य प्रकार:

Overactive Thyroid called Hyperthyroidism

थायराइड रोग मुख्य रूप से निम्नलिखित प्रकारों में हो सकता है:

हाइपरथायरॉइडिज़म: यह स्थिति थायराइड ग्रंथि के अत्यधिक कार्यात्मकता के कारण होती है, जिसके परिणामस्वरूप शरीर की क्रियाएं तेज हो जाती हैं। इसमें थायराइड ग्रंथि अधिक हार्मोन उत्पादित करती है I Thyroid Symptoms के लक्षणों में हाथों का कंपन, अत्यधिक चिंता, वजन कम होना, जल्दी थक जाना, घबराहट, अतिसार, नरम दांत, हृदय की धड़कन तेज होना, चिड़चिड़ापन, चेहरे की सूजन, नर्वसता, पसीना आना और तापमान में बदलाव हो सकते हैं।

हाइपोथायरॉइडिज़म: यह स्थिति थायराइड ग्रंथि की कार्यशक्ति में कमी के कारण होती है, जिससे शरीर की क्रियाएं मंद हो जाती हैं। इसमें थायराइड ग्रंथि कम हार्मोन उत्पादित करती है, जिसके कारण लक्षणों में थकान, वजन बढ़ना, ठंडी में आराम नहीं मिलना, भूखमरी, मूड स्विंग्स, सूजन, दिल की धड़कन में कमी, गले में बढ़ोतरी, भारीपन, दिमागी तेजी में कमी स्तनों में सूजन और आंखों की सूजन शामिल हो सकती हैं।

Underactive Thyroid Called Hypothyroidism

ग्रेव्स रोग: ग्रेव्स रोग एक ऑटोइम्यून समस्या है जो थायराइड ग्रंथि को प्रभावित करती है। इसमें शरीर का इम्यून सिस्टम थायराइड ग्रंथि को गलत मानता है और अत्यधिक हार्मोन उत्पादन करता है। इससे थायराइड ग्रंथि बढ़ जाती है और अत्यधिक हार्मोन उत्पादित होते हैं, जिससे शरीर की क्रियाएं तेज हो जाती हैं। इसमें आंखों की सूजन, बढ़ी हुई आँखें, बालों का पतला होना, तेज धड़कन, दिल की कमजोरी, और शरीर का वजन कम होना शामिल हो सकते हैं।

इन मुख्य प्रकारों के अलावा, अन्य जिसके कारण Thyroid Symptoms संबंधित समस्याएं भी हो सकती हैं जैसे कि थायराइड कैंसर, थायराइडिटिस, थायराइड नॉड्स और थायराइड संक्रमण। थायराइड के लक्षण संबंधित समस्याओं की पहचान और उपचार के लिए एक विशेषज्ञ चिकित्सक से सलाह लेना अत्यावश्यक होता है।

महिला के शरीर पर थायरोइड का प्रभाव: जानें विस्तृत विश्लेषण

महिला के शरीर पर थायरोइड का प्रभाव व्यापक होता है और इसका महत्वपूर्ण योगदान महिलाओं के स्वास्थ्य पर पड़ता है। थायरोइड ग्रंथि महिलाओं के अंदर अपनी सामरिक और मनोवैज्ञानिक क्रियाओं को नियंत्रित करने में मदद करती है। यह अवधारणा अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि थायरोइड हार्मोनों का संतुलन नकारात्मक तथ्य जैसे वजन, मासिक धर्म, प्रजनन प्रणाली और मनोवृत्ति पर प्रभाव डालता है।

महिलाओं में थायरोइड के प्रभाव को समझने के लिए, पहले हमें जानना चाहिए कि थायरोइड के कम या अधिक होने से क्या लक्षण दिखाई देते हैं।

थायरोइड के कम होने के कारण महिलाओं में थकान, नींद की समस्या, थंडी लगना, वजन बढ़ना, कठिनाई और दर्द में वृद्धि, मासिक धर्म के अनियमित होने और त्वचा की सूखेपन जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। इसके अलावा, गर्भावस्था के दौरान थायरोइड के कम होने से संबंधित समस्याएं भी हो सकती हैं जैसे कि गर्भपात, प्रीईक्लैंप्सिया, प्रसवोपस्थिति रोग, और नवजात शिशु में समस्याएं

वहीं, थायरोइड के अधिक होने के कारण महिलाओं में चिंता, अवसाद, थकान, हृदय की धड़कन बढ़ना, दिल के दौरे का जोखिम, मासिक धर्म के अनियमित होने, शरीर के अतिरिक्त गर्मी, और भारीपन जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।

Thyroid Symptoms के ये प्रभाव महिलाओं के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर बहुत प्रभाव डाल सकते हैं। इसलिए, सही और समय पर निदान, उचित उपचार और स्वस्थ जीवनशैली को बनाए रखना महिलाओं के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसके लिए एक थायरोइड विशेषज्ञ चिकित्सक से संपर्क करना और आपके लिए उचित निदान और उपचार की योजना बनाना अनिवार्य है। साथ ही, स्वस्थ आहार, नियमित व्यायाम, और स्ट्रेस को कम करने का ध्यान रखना भी महिलाओं के लिए महत्वपूर्ण है।

थायरोइड एक महत्वपूर्ण ग्रंथि है जो पुरुष और महिला दोनों के शरीर पर प्रभाव डालती है। इस ग्रंथि के कार्य में किसी भी असंतुलन के कारण, थायरोइड हार्मोनों का उत्पादन अधिक या कम हो सकता है, जिससे शरीर के सामान्य क्रियाएं प्रभावित होती हैं।

क्या थायराइड से गर्भधारण में समस्या होती है ?

हाँ, थायरॉयड के कारण प्रेग्नेंसी में कुछ परेशानियाँ हो सकती हैं। थायरॉयड ग्रंथि के असंतुलन से प्रभावित होने की स्थिति, जो हाइपोथायरॉयडिज़्म या हाइपरथायरॉयडिज़्म के रूप में प्रकट हो सकती है I

 

Does thyroid cause problems with pregnancy

प्रेग्नेंसी पर निम्नलिखित प्रभाव डाल सकती है:

गर्भावस्था में नकारात्मक प्रभाव: अगर थायरॉयड में समस्या है, तो इसका प्रभाव प्रेग्नेंसी पर नकारात्मक हो सकता है। इससे गर्भावस्था में तंगी, उच्च रक्तचाप, अवांछित वजन कमी, और गर्भधारण में समस्याएं हो सकती हैं। गर्भावस्था के दौरान, हाइपोथायरायडिज्म और हाइपरथायरायडिज्म सामान्य लक्षण हैं। हालाँकि, इनका समय पर इलाज ज़रूरी है। जब हमारे शरीर में थायराइड का स्तर असंतुलित होता है, तो यह मां और उसके बच्चे दोनों के स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डालता है। इसी कारण से जब भी कोई महिला गर्भधारण की योजना बनाती है तो डॉक्टर उसे सबसे पहले थायराइड टेस्ट कराने की सलाह देते हैं। यह माँ और बच्चे दोनों की सुरक्षा और भलाई सुनिश्चित करता है।

बच्चे के विकास पर प्रभाव: मां की Thyroid Symptoms और थायरॉयड की समस्या के कारण बच्चे का विकास प्रभावित हो सकता है। यह शिशु के बारे में सामान्य से कम वजन, दिमागी विकास में कमी, और बच्चे के सामान्य विकास पर असर डाल सकता है।

प्रीईक्लैम्प्सिया (गर्भावस्था में उच्च रक्तचाप): हाइपरथायरॉयडिज़्म की स्थिति में गर्भवती महिलाओं को प्री-ईक्लैम्प्सिया (गर्भावस्था में उच्च रक्तचाप) की संभावना बढ़ सकती है। इससे मां और शिशु दोनों के लिए स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।

इन सभी प्रभावों को ध्यान में रखते हुए, अगर आप गर्भावस्था में हैं और Thyroid Symptoms संबंधी किसी समस्या का सामना कर रही हैं, तो आपको एक विशेषज्ञ की सलाह लेनी चाहिए। वे आपकी स्थिति का मूल्यांकन करेंगे और आपको उचित निदान और उपचार सुझाएंगे ताकि आप और आपके शिशु को स्वस्थ रख सकें।

महिलाओं और पुरुषों में थायराइड से बचने के लिए उपाय :

थायराइड एक ऐसा रोग है जो आजकल बहुत सामान्य हो गया है। यह हार्मोनल संतुलन में असंतुलन के कारण होता है और मनुष्य के शारीर के कई प्रमुख कार्यों को प्रभावित कर सकता है। थायराइड से बचने के लिए कुछ महत्वपूर्ण उपाय हैं, जो हम यहां जानेंगे।

  • स्वस्थ आहार: सही संतुलित आहार और पूर्ण आहार लेना थायराइड से बचने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। आपको प्रोटीन, फल, खजूर, मक्खन, फिश, सफेद अंडे, हरी सब्जियां, दूध, अश्वगंधा, सेलेनियम, जिंक, आयरन, और विटामिन D जैसे पोषक तत्वों का सेवन करना चाहिए।
  • अनियमित आहार: थायराइड से पीड़ित लोगों को अनियमित आहार से बचना चाहिए। अनियमित आहार में सफेद मैदा, तला हुआ भोजन, प्रोसेस्ड फूड, शरबत और मिठाई शामिल हो सकते हैं, जो थायराइड संतुलन को प्रभावित कर सकते हैं।
  • पर्याप्त आराम: अपने शरीर को पर्याप्त आराम दें। निद्रा का पूरा लें और दिन भर में कुछ समय विश्राम करें। यह आपके शरीर की ऊर्जा को बनाए रखने में मदद करेगा।
  • योग और व्यायाम: नियमित व्यायाम थायराइड के संतुलन को सुधारने और रोग से बचाने में मदद करता है। योग, प्राणायाम, वॉकिंग, जॉगिंग, सूर्य नमस्कार, व्यायाम, ध्यान और वजन प्रशिक्षण जैसे शारीरिक गतिविधियां आपको स्वस्थ और थायराइड संतुलित रखने में मदद करेंगी। व्यायाम से शरीर की मेटाबोलिज्म बढ़ती है, वजन नियंत्रित रहता है और स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करता है।
  • तनाव प्रबंधन:: स्ट्रेस थायराइड के संबंध में एक महत्वपूर्ण कारक है। इसलिए, आपको तनाव प्रबंधन के तकनीकों को अपनाना चाहिए।  तनाव को कम करने के लिए ध्यान और मेडिटेशन करना, सकारात्मक सोच और शांति की तकनीकें आपको स्ट्रेस से बचाने में मदद करेंगी। स्वस्थ मनोवृत्ति और सकारात्मक सोच के साथ शांति और सुख का अनुभव करना भी महत्वपूर्ण है।
  • नियमित डॉक्टर की जांच: थायराइड के लक्षणों के अग्रेषण की स्थिति में आपको नियमित रूप से डॉक्टर की जांच करवानी चाहिए। थायराइड के लिए परीक्षण करवाने से आप इसे जल्दी और सही तरीके से पहचान सकते हैं और उचित इलाज शुरू कर सकते हैं।
  • संतुलित वजन रखें: थायराइड के रोग को नियंत्रित करने के लिए संतुलित वजन रखना अत्यंत महत्वपूर्ण है। अतिरिक्त वजन को नियंत्रित करने के लिए सही आहार लें और नियमित व्यायाम करें।
  • रात देर से सोना : थायराइड के लिए अच्छा नहीं होता है। थायराइड संतुलन को सुधारने के लिए आपको नियमित और स्वस्थ जीवनशैली के पालन की आवश्यकता होती है। यदि आप रात देर से सोते हैं, तो इससे आपकी सोने की अवधि और सोने की गुणवत्ता प्रभावित हो सकती है। नियमित और पर्याप्त नींद लेना थायराइड संतुलन को सुधारने और स्वास्थ्य को स्थिर रखने के लिए महत्वपूर्ण है I

इसलिए, थायराइड संक्रमण से पीड़ित व्यक्तियों को रात में जल्दी सोना और नियमित नींद की अवधि पर ध्यान देना चाहिए। सुबह जल्दी उठना और एक नियमित दिनचर्या के साथ अपने शरीर की सुरक्षा करना चाहिए।

थायराइड से बचने के लिए ये उपाय आपको मदद करेंगे और आपके स्वास्थ्य को सुधारेंगे। हालांकि, यदि आपको थायराइड संबंधी किसी भी समस्या का सामना है, तो डॉक्टर से सलाह लेना सबसे अच्छा उपाय है। अपने Thyroid Symptoms को गंभीरता से लें और उचित इलाज के लिए जल्दी से चिकित्सक की सलाह लें।

क्या थायराइड की समस्या (Thyroid Symptoms) आँखों को प्रभावित करती है ?

Eye disease in thyroid

जी हां, Thyroid Symptoms आँखों को प्रभावित कर सकती है। थायराइड हार्मोन के असंतुलन के कारण आँखों पर कई प्रकार के परिवर्तन हो सकते हैं।

यह परिवर्तन निम्नलिखित तरीकों से दिखाई दे सकते हैं:

  • बैगीआँखें: हाइपोथायरॉइडिज़म या कम थायराइड कार्यक्षमता के कारण आंखों के आसपास की त्वचा फूलने लगती है और इससे बैगी आँखें दिखाई देती हैं।
  • आँखों का सूखापन: थायराइड की समस्या के कारण आंखों में अत्यधिक सूखापन या अप्रिय आँखों का सुखाना हो सकता है। यह आपकी दृष्टि को प्रभावित कर सकता है और आपको दिखाई नहीं देने की समस्या पैदा कर सकता है।
  • पलकों का गिरना: थायराइड की समस्या के कारण आपके पलकों के बाल गिर सकते हैं। यह आपकी दृष्टि को अस्थिर कर सकता है और आपको उच्च आंखों की संख्या में कमी का अनुभव हो सकता है।
  • ब्लर दृष्टि: थायराइड की समस्या के कारण ब्लर दृष्टि की समस्या हो सकती है, जिससे आपकी दृष्टि कमजोर हो सकती है और आपको धुंधला या अस्पष्ट दिखाई दे सकता है।

यदि आपको Thyroid Symptoms होने का संकेत है और आपकी आँखों में इन लक्षणों का अनुभव हो रहा है, तो आपको तुरंत एक चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए। चिकित्सक आपकी स्थिति का मूल्यांकन करेंगे और उचित उपचार के लिए आपको सलाह देंगे।

क्या थायराइड की समस्या के कारण बाल झड़ सकते हैं ?

थायराइड की समस्या बालों के झड़ने का एक संभावित कारण हो सकती है। थायराइड हार्मोन के असंतुलन के कारण बालों के स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ सकता है और इसके कारण बाल झड़ सकते हैं। इसमें कई कारक शामिल हो सकते हैं जो इस प्रक्रिया को प्रभावित करते हैं।

हाइपरथायरॉइडिज़म: अतिरिक्त थायराइड हार्मोन के कारण, बालों के झड़ने की समस्या हो सकती है। थायराइड की अधिकता के कारण शरीर के कोशिकाओं का उत्पादन और नवीनीकरण तेज हो जाता है, जिसके परिणामस्वरूप बालों का झड़ना प्रारंभ हो सकता है।

हाइपोथायरॉइडिज़म: थायराइड के कम हो जाने के कारण, बालों की ग्रोथ धीमी हो सकती है और उन्हें झड़ने की समस्या हो सकती है। हाइपोथायरॉइडिज़म में, थायराइड हार्मोन की कमी के कारण बालों के अच्छे स्वास्थ्य के लिए आवश्यक पोषक तत्वों की कमी हो सकती है।

तंग केशिकाएँ: थायराइड समस्या के कारण रक्त वाहिकाओं की समस्या हो सकती है, जिससे बालों को पूरी तरह से पोषण नहीं मिलता है। इसके परिणामस्वरूप, बालों की ग्रोथ असामान्य हो सकती है और झड़ सकती है।

तनाव: थायराइड समस्या से ग्रस्त होने पर आपमें स्ट्रेस की स्थिति बढ़ सकती है, जो बालों के झड़ने को बढ़ा सकती है। थायराइड के असंतुलन के कारण मनोवैज्ञानिक और भावनात्मक स्तर पर बदलाव होता है, जो बालों के स्वास्थ्य पर असर डालता है।

कौन सा डॉक्टर थायराइड की समस्या का निदान कर सकता है ?

Endocrinologist is best for thyroid

थायराइड की समस्याओं का निदान विशेषज्ञ डॉक्टर जैसे एंडोक्रिनोलॉजिस्ट, इंटरनल मेडिसिन डॉक्टर, या थायराइड स्पेशलिस्ट कर सकता है। ये डॉक्टर स्पेशलिस्ट होते हैं जो थायराइड रोगों के निदान, उपचार, और प्रबंधन में माहिर होते हैं।

एंडोक्रिनोलॉजिस्ट थायराइड के विकारों के लिए सबसे अधिक विशेषज्ञ माने जाते हैं। वे थायराइड रोगों के निदान के लिए परीक्षण करते हैं, जैसे कि थायराइड स्कैन, रेडियोएक्टिव आयोडीन परीक्षण, थायराइड बायोप्सी, और थायराइड स्कैन करने के लिए स्पेशल उपकरण का उपयोग करते हैं। वे सही निदान के आधार पर उपचार योजना बनाते हैं और थायराइड संबंधित समस्याओं के प्रबंधन में मदद करते हैं।

इंटरनल मेडिसिन डॉक्टर भी थायराइड रोगों के निदान और प्रबंधन में सक्षम होते हैं। वे थायराइड से संबंधित लक्षणों का मूल्यांकन करते हैं, रोग प्रतिष्ठान में जांचें करवाते हैं, और थायराइड रोग के लिए उपचार योजना बनाते हैं। वे भी आवश्यकता के अनुसार थायराइड विशेषज्ञों के पास रेफर कर सकते हैं।

थायराइड स्पेशलिस्ट भी थायराइड से संबंधित समस्याओं के निदान और उपचार में विशेषज्ञ होते हैं। वे थायराइड स्क्रीनिंग टेस्ट, रेडियोएक्टिव आयोडीन परीक्षण, थायराइड स्कैन, और थायराइड बायोप्सी आदि के माध्यम से निदान करते हैं और उपचार योजना तैयार करते हैं।

थायरॉइड ठीक होने में कितना समय लगता है ?

थायरॉइड ठीक होने में समय अलग-अलग व्यक्तियों के लिए विभिन्न हो सकता है। थायरॉइड समस्या के उपचार के लिए एक निश्चित समय निर्धारित करना कठिन है, क्योंकि यह व्यक्ति की प्रकृति, समस्या की गंभीरता और उपचार की प्रभावशीलता पर निर्भर करता है। यदि थायरॉइड समस्या हल होने के लिए दवाओं का सेवन किया जाता है, तो इसका प्रभाव उपयोगकर्ता के शरीर के प्रतिक्रिया पर निर्भर करेगा। कई लोगों को Thyroid Symptoms या थायरॉइड समस्या की समस्या बहुत हद तक संभाल जाती है जबकि कुछ लोगों को इसमें कुछ समय लग सकता है।

इसलिए, यह महत्वपूर्ण है कि एक व्यक्ति थायरॉइड समस्या के उपचार के लिए विशेषज्ञ चिकित्सक की सलाह लें। चिकित्सक व्यक्ति की स्थिति का मूल्यांकन करेंगे और उपचार की सलाह देंगे जो व्यक्ति की विशेषताओं और समस्या की प्रकृति के आधार पर होगी। इसके अलावा, व्यक्ति को नियमित रूप से चिकित्सक की सलाह का पालन करना चाहिए और दवाओं का सेवन करना चाहिए जैसा कि चिकित्सक निर्देशित करेंगे।

थायरॉइड समस्या के साथ एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाना भी महत्वपूर्ण है। यह व्यायाम करना, स्वस्थ आहार लेना, पर्याप्त नींद लेना, तनाव को कम करने के तरीके जैसे योग और मेडिटेशन का अभ्यास करना शामिल करता है।

समय आवश्यक होता है थायरॉइड समस्या को ठीक करने के लिए, और यह समय व्यक्ति की स्थिति और समस्या की गंभीरता पर निर्भर करेगा। इसलिए, व्यक्ति को समर्पित रहना और उचित उपचार का पालन करना आवश्यक है। स्वस्थ जीवनशैली के साथ सही उपचार के साथ, थायरॉइड समस्या को ठीक करने में आपके शरीर को समय देना पड़ सकता है।

महिलाओं और पुरुषों के थायराइड का स्तर कितना होना चाहिए ?

Thyroid test

महिलाओं और पुरुषों में थायराइड के स्तर में अंतर हो सकता है, जो उनके लिंग, आयु और शारीरिक स्वास्थ्य के आधार पर अलग-अलग हो सकता है।

आमतौर पर, निम्नलिखित मानकों को महिलाओं और पुरुषों के थायराइड के लिए मान्यता दी जाती है:

टी3 (त्रियोदोथाइरोनीन) : 100-200 नग/डीएल
टी4 (तिरोक्सीन) :  4.5-11.2 नग/डीएल
टीएसएच (थायरोइड-स्टिम्युलेटिंग हार्मोन) :  0.4-4.0 मिक्रोयूआईयू/मिलीलीटर

यह सामान्य मानक हैं, लेकिन इन मानकों में छोटे विवरण और उपयुक्तता में अंतर हो सकता है। महिलाओं में गर्भावस्था और पीरियड्स के दौरान थायराइड के स्तर में बदलाव हो सकता है। इसलिए, महिलाओं को विशेष रूप से अपने डॉक्टर के साथ बातचीत करनी चाहिए और उनके मार्गदर्शन में उपयुक्त थायराइड स्तर का निर्धारण करना चाहिए।

थायराइड का इलाज :

थायराइड के इलाज के विषय में विस्तार से जानने के लिए, निम्नलिखित उपायों को अपनाने की जरूरत हो सकती है:

दवाएं: थायराइड रोग के उपचार के लिए आमतौर पर दवाइयों का सेवन किया जाता है। चिकित्सक आपकी थायराइड समस्या के अनुसार आपको उचित दवा की सलाह देंगे। इसके लिए आपको नियमित रूप से दवाओं का सेवन करना होगा और चिकित्सक के निर्देशानुसार खुराक का पालन करना होगा।

थायराइड ग्रंथि का निकालना: कुछ मामलों में, थायराइड रोग के लिए थायराइड ग्रंथि का सर्जरी आवश्यक हो सकता है। इसका मतलब होता है कि थायराइड को निकाल दिया जाता है, जिससे थायराइड की कार्यक्षमता बहाल हो सकती है। यह आमतौर पर गंभीर मामलों में ही किया जाता है।

रेडियोधर्मी इंजेक्शन चिकित्सा: यह थायराइड के उपचार के लिए एक विशेष प्रकार की इंयूशन थेरेपी है। इसमें थायराइड को नष्ट करने के लिए रेडियोधारी इंयूशन का उपयोग किया जाता है। इस तकनीक का उपयोग उच्च थायराइड हॉर्मोन स्तर को कम करने और थायराइड समस्याओं का इलाज करने के लिए किया जाता है।

थायराइड के विशेष इलाज: कुछ थायराइड समस्याओं के लिए विशेष इलाज भी संभव होता है। उदाहरण के लिए, हैशिमोटो थायराइडाइटिस में, थायराइड ग्रंथियों के निकालने के बजाय शरीर के खिलाफ ऑटोइम्यून प्रतिश्यायों के साथ संबंधित इलाज किया जाता है।

थायराइड के उपचार के लिए आपको अपने चिकित्सक के साथ परामर्श करना चाहिए, जो आपकी स्थिति का मूल्यांकन करेंगे और उचित उपाय सुझाएंगे। स्वस्थ जीवनशैली के साथ, उचित उपचार का पालन करके, थायराइड समस्याओं का संचालन किया जा सकता है और आपकी स्वास्थ्य स्थिति को सुधारा जा सकता है।

क्या मैं थायराइड रोग के साथ सामान्य जीवन बिता सकता हूँ ?

Thyroid Symptoms या थायराइड रोग के साथ, आप सामान्य जीवन जी सकते हैं। थायराइड रोग एक आम समस्या है और इसका सामान्य जीवन पर व्यापक प्रभाव नहीं होता है। यह रोग समय-समय पर उचित इलाज और सही ध्यान के साथ नियंत्रित किया जा सकता है। थायराइड रोग के साथ सामान्य जीवन जीने के लिए निम्नलिखित उपायों को अपना सकते हैं:

  • नियमित चिकित्सा परीक्षण
  • स्वस्थ आहार
  • नियमित व्यायाम
  • स्ट्रेस प्रबंधन
  • समय पर आराम

इस प्रकार, थायराइड रोग के साथ आप सामान्य जीवन जी सकते हैं। आपको अपने चिकित्सक की सलाह पर चलते हुए उचित उपायों को अपनाना चाहिए और स्वस्थ जीवनशैली बनाए रखनी चाहिए ताकि आपका थायराइड स्वास्थ्य सुरक्षित रहे।

 

डिस्क्लेमर (Disclaimer) : यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें। थायराइड रोग का सही निदान और उपचार केवल चिकित्सक द्वारा किया जा सकता है। व्यक्ति को अपनी Thyroid Symptoms लक्षणों के आधार पर अपने चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए और निर्धारित उपचार का पालन करना चाहिए। यदि थायराइड रोग या Thyroid Symptoms के लक्षण बढ़ रहे हैं या किसी अन्य समस्या का संकेत हो रहा है, तो जल्द से जल्द चिकित्सक से मार्गदर्शन लेना चाहिए और समय रहते उपचार करवाना चाहिए I

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FAQ

Ques. 1. कैसे पता चलता है कि थायराइड है, थायराइड के मरीज को क्या परेशानी होती है ? 

Ans. थायराइड होने का पता चलता है या परेशानियाँ हो सकती हैं जब व्यक्ति को निम्नलिखित लक्षणों का सामना करना पड़ता है :

  • तेजी से वजन बढ़ना या घटना
  • थकान और कमजोरी का अहसास
  • ज्यादा पसीना आना
  • हृदय धड़कन में बदलाव
  • हाथ या पैरों में सूजन
  • त्वचा की सूखता या खुजली
  • बालों का झड़ना
  • दिलावर होना या रूक जाना
  • मासिक धर्म संबंधी समस्याएं (मासिक धर्म की अनियमितता, खून की अधिकता या कमी)

यदि आपको ये Thyroid Symptoms दिखाई दे रहे हैं, तो थायराइड संबंधी समस्या हो सकती है और आपको चिकित्सक का संपर्क करना चाहिए। थायराइड के संबंध में निश्चित जांच के लिए डॉक्टर के साथ परामर्श करना अत्यंत महत्वपूर्ण है।

Ques. 2. थायराइड में कहां-कहां दर्द होता है ?

Ans.  थायराइड में दर्द आमतौर पर गले के नीचे या गले के साइड में महसूस होता है। यह दर्द अक्सर गले गूंथने या चबाने के समय बढ़ जाता है। कभी-कभी यह दर्द गले में बढ़ जाता है और उसके साथ-साथ खाना निगलने में भी परेशानी हो सकती है। यदि आपको Thyroid Symptoms या थायराइड से संबंधित इन लक्षणों का अनुभव हो रहा है, तो आपको चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए।

Ques. 3. थायराइड का सबसे अच्छा इलाज कौन सा है ?

Ans. थायराइड के इलाज में विभिन्न तरीके हो सकते हैं, जिनमें से कुछ निम्नलिखित हैं:

  • दवाएं: थायराइड के इलाज के लिए दवाएं एक प्रमुख तरीका हैं। डॉक्टर विशेषज्ञ द्वारा निर्धारित दवाओं का सेवन करना थायराइड हार्मोन को संतुलित करने में मदद करता है।
  • व्यायाम: योग, व्यायाम और फिजिकल एक्टिविटी का नियमित रूप से अभ्यास करना भी थायराइड के इलाज में महत्वपूर्ण है।
  • आहार: सही आहार लेना भी थायराइड के नियंत्रण में मदद करता है। जिंक, सेलेनियम, विटामिन डी, ओमेगा-3 आयल्स जैसे पोषक तत्वों से भरपूर आहार लेना फायदेमंद होता है।
  • विश्राम और स्त्रेस कम करना: पर्याप्त नींद और स्ट्रेस को कम करना भी थायराइड के संबंध में महत्वपूर्ण है।

यह सुनिश्चित करने के लिए कि आपका थायराइड इलाज ठीक तरीके से हो रहा है, आपको नियमित रूप से अपने डॉक्टर के साथ जांच और परामर्श करना चाहिए।

Ques. 4. मैं घर पर अपने थायराइड की जांच कैसे करूं ?

Ans. घर पर थायराइड की जांच के लिए आप निम्नलिखित कदमों का पालन कर सकते हैं:

  • गले के ऊपरी हिस्से को देखें: आईने के सामने खड़े होकर गले के ऊपरी हिस्से को देखें। आपको यदि गांठ (लम्बी गांठ या गांठों का समूह) दिखाई दे रही है तो इसे नजरअंदाज न करें।
  • गले को दबाएँ: आप अपने दोनों हाथों की सहायता से गले के भीतरी हिस्से को ध्यान से दबा सकते हैं। यदि आपको गांठ का एहसास हो और वह दबने पर हिलती है तो यह थायराइड की जांच के लिए उपयुक्त नहीं हो सकती है।
  • लक्षणों का अध्ययन: थायराइड संबंधित लक्षणों को ध्यान से पढ़ें। जैसे कि तेजी से वजन बढ़ना या घटना, थकान और कमजोरी का अहसास, हृदय धड़कन में बदलाव, बालों का झड़ना आदि।

यदि आपको Thyroid Symptoms या थायराइड संबंधित किसी भी लक्षण का सामना हो और संशय हो तो कृपया अपने चिकित्सक से संपर्क करें और उचित जांच करवाएं। चिकित्सक द्वारा सलाह लेना और जांच करवाना बेहद महत्वपूर्ण है।

Ques. 5. मोटे होने वाला थायराइड कौन सा होता है ?

Ans. हिपोथायरॉइडिज़म, या मोटे होने वाला थायराइड, एक आम स्वास्थ्य समस्या है जो थायराइड ग्लैंड के कामकाज को प्रभावित करती है। इसमें थायरॉइड हार्मोन की कमी होने से वजन बढ़ने, थकान, ध्यान केंद्रित करने में परेशानी, त्वचा और बालों में समस्याएं हो सकती हैं। यह समस्या समय रहते पहचानी जा सकती है और उचित उपचार से नियंत्रित की जा सकती है। इसके लिए एक योग्य चिकित्सक से सलाह लेना चाहिए और स्वस्थ जीवनशैली का पालन करना चाहिए।

Ques. 6. पतली थायराइड का क्या नाम है ?

Ans. हाइपरथायराइडिज़म एक प्रकार का पतली थायराइड है। यह एक खराब थायराइड बीमारी है जो थायराइड ग्लैंड की कार्यक्षमता को प्रभावित करती है। इस परिस्थिति में, थायराइड ग्लैंड अत्यधिक थायरॉइड हार्मोन बनाता है, जो शरीर का मेटाबॉलिज्म बढ़ाता है और व्यक्ति का वजन घटाता है।

हाइपरथायराइडिज़म के कुछ लक्षणों में वजन कम होना, तेजी से धड़कन, ताजगी की भावना, अधिक पसीना आना, चिंता और तनाव होना, और हाथों और पैरों की तलवों में ठंड लग सकती है।

यदि आपके पास उपरोक्त Thyroid symptoms हैं, तो तुरंत एक चिकित्सक से संपर्क करें और सही उपचार शुरू करें। आप इस चिंता की बिगड़ती स्थिति का सामना कर सकते हैं और अपने जीवन को स्वस्थ, सकारात्मक और समृद्ध बना सकते हैं यदि आप अपने चिकित्सक से समय रहते सलाह लेते हैं।

Ques. 7. मैं थायराइड के साथ वजन कैसे बढ़ा सकता हूं ?

Ans. थायराइड के साथ वजन बढ़ाना कठिन हो सकता है, लेकिन यह करना संभव है। यदि आप थायराइड के साथ वजन बढ़ाना चाहते हैं, तो आप निम्नलिखित उपायों को अपना सकते हैं:

  • योग्य भोजन: दैनिक भोजन में पोषक तत्वों से भरपूर आहार शामिल करें अगर आप वजन बढ़ाना चाहते हैं। फल, सब्जियां, अनाज, दूध, दही, नट्स और दूध जैसे पोषक तत्वों से भरपूर भोजन करें।
  • वांछनीय प्रोटीन: प्रोटीन वजन बढ़ा सकता है। पनीर, दूध, मटर, सोयाबीन, दालें और अंडे प्रोटीन के अच्छे स्रोत हैं।
  • योग्य व्यायाम: संयमित व्यायाम करने से मांसपेशियों का निर्माण और वजन बढ़ता है। योग, वजन उठाना और व्यायाम करना आपको वजन बढ़ा सकते हैं।
  • अधिक भोजन: थायराइड मेटाबोलिज्म को बाधित कर सकता है, जिससे शरीर अधिक कैलोरी खर्च कर सकता है। यही कारण है कि अधिक कैलोरी वाले आहार का सेवन करना आपको वजन बढ़ा सकता है।
  • चिकित्सक की सलाह: थायराइड के साथ वजन बढ़ाने के लिए सलाह लेना सबसे महत्वपूर्ण है। उन्हें अपने स्वास्थ्य की स्थिति को ध्यान में रखकर आपको सबसे अच्छा समाधान बताया जाएगा।

ध्यान रहे कि वजन बढ़ाना कठिन हो सकता है और आपको सब्र करना होगा। स्वस्थ और संतुलित तरीके से वजन बढ़ाने से आप सकारात्मक जीवन जी सकते हैं और अपने स्वास्थ्य को सुरक्षित रख सकते हैं।

Ques. 8. थायराइड के लिए सबसे अच्छा उपचार कौन सा है ?

Ans. थायराइड के लिए सबसे अच्छा उपचार इसकी उपयोगिता व्यक्ति की थायराइड स्थिति और रोग के स्तर पर निर्भर करती है। निम्नलिखित थायराइड की कुछ प्रमुख दवाएं :

  • लेवोथायरॉक्सिन: यह दवा थायरॉइड हार्मोन को संतुलित करने में मदद करती है। यह हाइपोथायरॉइडिज़म का उपचार करने के लिए अच्छा है।
  • मेथिमाज़ोल: हाइपरथायराइडिज़म (थायराइड ग्लैंड द्वारा अधिक थायरॉइड हार्मोन बनाने की स्थिति) के इलाज में यह दवा उपयुक्त होती है।
  • प्रोफिलथियोयुरेसिल (Propylthiouracil): हाइपरथायराइडिज़म और थायराइड ग्लैंड के कामकाज को नियंत्रित करने के लिए भी यह उपयुक्त है।

आपको अपने चिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए अगर आप Thyroid symptoms या थायराइड से संबंधित किसी भी समस्या का सामना करते हैं। वे आपके स्वास्थ्य स्तर और बीमारी के लिए सबसे अच्छा उपचार चुनेंगे। साथ ही, इस दवा को डॉक्टर के परामर्श से ही नियमित रूप से लेना चाहिए।

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